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शिव-पार्वती विवाह मंत्र | Shadi Karne Ka Mantra | शादी करने का मंत्र

शादी, हमारे समाज और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह केवल दो व्यक्तियों का मिलन नहीं है, बल्कि दो परिवारों का भी संयोग है। भारतीय संस्कृति में, विवाह को पवित्र और अनंत बंधन माना जाता है, जिसे देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस लेख में, हम शिव-पार्वती विवाह मंत्र और शादी करने के मंत्र के बारे में विस्तार से जानेंगे।

शिव-पार्वती विवाह की कथा

शिव और पार्वती का विवाह भारतीय पौराणिक कथाओं में सबसे प्रसिद्ध और पूजनीय कथाओं में से एक है। माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए कठिन तपस्या की थी। उनकी श्रद्धा और भक्ति ने भगवान शिव को प्रसन्न किया और दोनों का विवाह धूमधाम से संपन्न हुआ।

शिव-पार्वती विवाह का यह प्रसंग एक आदर्श विवाह का उदाहरण है, जिसमें प्रेम, समर्पण और भक्ति का समन्वय है। यह कथा आज भी हर विवाह के समय याद की जाती है और वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए शिव-पार्वती का आह्वान किया जाता है।

शिव-पार्वती विवाह मंत्र

शिव और पार्वती के विवाह मंत्र विशेष रूप से विवाह की शुभता और सौहार्द को बढ़ाने के लिए उच्चारित किए जाते हैं। इन मंत्रों का जाप करने से विवाह में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। कुछ प्रमुख शिव-पार्वती विवाह मंत्र निम्नलिखित हैं:

  1. ॐ श्रीं नमः शिवाय पार्वतीपतये नमः।
  2. ॐ उमामहेश्वराय नमः।
  3. ॐ हर हर महादेव शिवाय स्वाहा।

इन मंत्रों का जाप करते समय श्रद्धा और विश्वास का होना आवश्यक है। मंत्र उच्चारण से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और दांपत्य जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

शादी करने का मंत्र

शादी के समय सही मंत्रों का जाप करना बेहद महत्वपूर्ण होता है। यह न केवल वैवाहिक जीवन में सौहार्द लाता है बल्कि वर-वधू को देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। शादी करने के कुछ प्रमुख मंत्र निम्नलिखित हैं:

  1. ॐ देवी देव्यै नमः।
  2. ॐ श्री वरप्रदाय नमः।
  3. ॐ कन्याप्रदानाय स्वाहा।

इन मंत्रों का जाप विवाह समारोह के दौरान किया जाता है, जिससे विवाह का पवित्र बंधन और भी मजबूत हो जाता है।

मंत्र जाप की विधि

मंत्र जाप की विधि बहुत सरल है, लेकिन इसे श्रद्धा और विश्वास के साथ करना आवश्यक है। मंत्र जाप करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  1. शुद्धता: मंत्र जाप करने से पहले शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. शांति: मंत्र जाप शांत और एकांत स्थान पर करें, जहां कोई व्यवधान न हो।
  3. श्रद्धा: मंत्र जाप करते समय भगवान शिव और माता पार्वती की तस्वीर या मूर्ति के सामने बैठकर जाप करें।

निष्कर्ष

शिव-पार्वती विवाह मंत्र और शादी करने के मंत्र वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन मंत्रों का सही उच्चारण और श्रद्धा से जाप करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है। इसलिए, विवाह के समय इन मंत्रों का जाप अवश्य करें और शिव-पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करें।

शादी जीवन का एक महत्वपूर्ण और पवित्र बंधन है, इसे हमेशा श्रद्धा और विश्वास के साथ निभाएं। भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद सभी दंपतियों पर बना रहे, यही कामना है।

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